बाड़मेर। भारत-पाक बॉर्डर पर 12 जनवरी को आयोजित होने वाला #रोहिडी_म्यूजिक_फेस्टिवल सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ रद्द, शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी द्वारा आयोजित करवाया जा रहा था रोहिड़ी संगीत महोत्सव,जिला कलेक्टर टीना डाबी के मुताबिक कार्यक्रम निरस्त करने को लेकर विधायक रविन्द्र सिंह भाटी को करवा दिया है अवगत। प्रशासन ने बताया कि आईबी, सीआईडी सहित इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के आधार पर कार्यक्रम किया गया है रद्द, 12 जनवरी को रोहिड़ी में आयोजित हो रहा था रोहिड़ी संगीत महोत्सव।

बताया गया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मानकों के विरुद्ध था रोहिड़ी संगीत महोत्सव, बाड़मेर जिले के प्रतिबंधित क्षेत्रो में आता है रोहिड़ी गांव जो बोर्डर से महज़ 5 किलोमीटर दूर है।
#रोहिडी_म्यूजिक_फेस्टिवल कार्यक्रम को सरकार द्वारा सुरक्षा आदि कारणों हवाले से रद्द किए जाने से सांस्कृतिक प्रेमियों सहित भाटी समर्थकों में सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश देखा गया।
आक्रोश के चलते भाटी समर्थकों ने X पर ट्रेंड चलवाया #थार_घातक_भाजपा जो कि देश में नंबर पर वन पर ट्रेंड हुआ

इस ट्रेंड के दौरान X पर असंख्य यूजरों ने अट्रैक्टिव कमेन्टस किये जो निम्न प्रकार हैं..

Joginder sodha नामक यूज़र ने लिखा
पाकिस्तान की सीमा से सटे कच्छ के रण में कार्यक्रम हो सकता है क्योंकि वहां सरकार मोदी जी की खुद की हैं और राज्य भी उनका खुद का। हमारे थार बाड़मेर में अभावों में जी रहे लोगो में एक उम्मीद की किरण जगी थी लेकिन वो भजनलाल सरकार को रास नहीं आई……
वाह सरकार
एक यूज़र ने चेतावनी में लिखा
सरकार समय रहते संभल जाए उसमे@BJP4India @BJP4Rajasthan को फ़ायदा है, नहीं तो अगली बार पार्टी का नामो निशान मिटा देंगे, ये युवा और आम जनता हैं, क्या देश में लोकतंत्र खत्म हो गया है जो इतनी नफ़रत और हिंसा मनमानी कर रही है सरकार, क्या एक निर्दलीय विधायक अपने क्षेत्र की प्रतिभा को भी निखार नहीं सकता है, विकास बजट तो क्या दोगे?
Raj Choudhary नामक यूज़र ने लिखा..
कैलाश चौधरी को हल्के में लेने की भूल सुधारनी आती है हमें, अभी सबर रखे अभी तो 5 साल और भाटी के गुर्गों को अग्नि परीक्षा देनी होगी..
एक यूज़र ने लिखा कि
नेताओं मे डर का माहौल है, इसलिए रद्द करवा दिया #रोहिड़ी_म्यूजिक_फेस्टिवल कार्यक्रम, भाटी की बढ़ती लोकप्रियता है मुख्य वजह
इस शक्स को गिराने में सब पक्ष-विपक्ष एक होकर जोर लगा रहे हैं..
Jagdish bhati नामक यूज़र ने लिखा..
पिछले 10 वर्षों में बीजेपी ने इस देश को इतना खोखला कर दिया है की अभी अपने ही देश में कार्यक्रम करने से डर लग रहा है अगर देश सुरक्षित हाथों में हैं तो डर किस बात का हैं क्या सरकार को सुरक्षा एजेंसियों व हमारी सेना पर विश्वास नहीं है..?
एक यूज़र ने लिखा..
गुजरात में शायद कोई बॉर्डर नहीं लगता? तभी तो वहां धोलावीरा आदि बोर्डर के निकटवर्ती स्थानों पर इतने आयोजन आसानी से हो जाते है!
एक यूज़र ने लिखा
एक यूवा से इतनी घबराहट कि अब सांस्कृतिक कार्यक्रम भी रद्द करवा रही हिन्दूवादी सरकार..
भजनलाल शर्मा जी पहले मिल चुकी है तो अब किस मजबूरी में अनुमति निरस्त की जा रही हैं..?
Greenman Narpat नामक यूज़र ने लिखा..
राजस्थान के सरकारी अफसर कर्मचारी रोहिडी में दारू पीकर नाचे तब पर्यटन का केंद्र हैं… @RavindraBhati__ ने थार के कलाकारों को मंच दे दिया तो राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हैं..
“पता नही जी प्रशासन किस सस्ते नशे का शिकार हुआ हैं..”
#थार_घातक_भाजपा



फ़रवरी 2024 में पहले बाखासर में “आपणो रण’ कार्यक्रम हो चुका है आयोजित..
बॉर्डर तारबंदी से 5-7 किमी. की दूरी पर प्रतिबंधित क्षेत्र बाखासर में 11 फरवरी 2024 को आयोजित हो चुका “आपणो रण’ कार्यक्रम।
“आपणो रण’ ये कार्यक्रम बोर्डर पर स्थित बाखासर में भाजपा नेता स्वरुपसिंह राठौड़ की ओर से करवाया गया था आयोजित। बाखासर रण भी बॉर्डर के नजदीक है। उसमें भी कई कलाकारों ने लिया था हिस्सा। सवाल ये है कि बाखासर में “आपणो रण’ कार्यक्रम को इजाजत मिल गई, जबकि रोहिड़ी में “द रोहिड़ी फेस्ट’ कार्यक्रम को इजाजत देने के बाद भी सुरक्षा कारणों से वापस रद्द कर दी गई। जबकि दोनों कार्यक्रम की बॉर्डर तारबंदी से मात्र 5-7 किमी. की ही दूरी है।

एक यूज़र ने लिखा..
एक इंसान को बाड़मेर का पॉवर सेंटर बनाने के चक्कर में, पार्टी सर्विस सेंटर बन जाएगी पूरे राजस्थान में, लोगों के हाथों। ये याद रखें सरकार
एक यूज़र ने लिखा
मोटियारों लांठा रेया अजां लड़ाई लोंबी है
कार्यक्रम की 31 दिसंबर 2024 को मिली थी प्रशासन से परमिशन..
31 दिसंबर 2024 को गडरारोड एसडीएम हनुमानराम ने एक आदेश जारी कर बताया कि जिला कलेक्टर बाड़मेर के पत्रांक 2024/ 5270 दिनांक 11 नवंबर को शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने रोहिड़ी के धोरों पर 12 जनवरी को बाड़मेर, जैसलमेर व बालोतरा की लोक संस्कृति को प्रोत्साहित व संरक्षण के लिए विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम द रोहिड़ी फेस्ट’ की अनुमति चाही है। जिला कलेक्टर के आदेशानुसार विधायक रविंद्र सिंह भाटी को रोहिड़ी के धोरों पर 12 जनवरी को लोक संस्कृति के प्रोत्साहन व संरक्षण के लिए विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रम “द रोहिड़ी फेस्ट’ आयोजित करने की अनुमति प्रदान की जाती है। फिर 8 जनवरी 2025 को जिला कलेक्टर द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा से अनुमति निरस्त की जाती है।

यह राजनीतिक रंजिश रखने वालों की साजिश
“मेरे से राजनीतिक रंजिश रखने वालों की साजिश है। मैने प्रशासन से करीब दो माह पहले इसके लिए इजाजत मांगी थी। 31 दिसंबर को इजाजत दी गई। इसके बाद कार्यक्रम की तैयारियां शुरू की। बाड़मेर की लोक संस्कृति और रोहिड़ी के धाेरों को पर्यटकों को लुभाने के लिए एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होना था। मेरे राजनीतिक विरोधी लोगों ने षड़यंत्र रचकर इसे निरस्त करवाया है, ये बाड़मेर-जैसलमेर, बालोतरा की जनता के साथ धोखा है।”
– रविंद्रसिंह भाटी, विधायक शिव, बाड़मेर।
“रोहिड़ी अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर है, जो प्रतिबंधित इलाका है। यहां ओपन फेस्टिवल नहीं कर सकते है। पूर्व में लोकल कार्यक्रम के रूप में अनुमति दी थी। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इसकी नकारात्मक रिपोर्ट दी है। यहां कोई भी बाहरी व्यक्ति जाता है तो उसकी परमिशन लेनी होती है। नियमानुसार संभव नहीं था, इसलिए परमिशन निरस्त की गई।”
– टीना डाबी, कलेक्टर, बाड़मेर।
बवाल की मुख्य वजह भाटी की बईया ओरण मामले में जीत के कारण बढ़ती लोकप्रियता बताया जा रहा हैं..

ये भाजपा कि मनमानी हैं
इसमें कोई दो राय नहीं हैं
कार्यक्रम मंजूरी देने के बाद
तत्काल कैंसल करना
रची रचाई साजिश है @ravindrabhati
@modi
@भाजपा
@cmrajssthan