INB एजेंसी, रिपोर्ट प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आज शुरू हुए विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम-महाकुंभ में एक करोड़ पचास लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। पौष पूर्णिमा के दिन आज श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों और आगंतुकों ने त्रिवेणी संगम के विभिन्न घाटों पर स्नान किया। हेलीकॉप्टरों से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई।
हमारे संवाददाता ने बताया है कि सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए हैं कि यह आयोजन सुरक्षित और यादगार हो। 45 दिन चलने वाले इस महाकुंभ के लिए सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पचास हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए है। लगभग दो हजार आठ सौ सीसीटीवी और एआई युक्त कैमरों से महाकुंभ नगरी की निगरानी की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर और उप-महानिरीक्षक राजेश द्विवेदी सहित शीर्ष अधिकारियों ने समूचे मेला क्षेत्र का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की। दो हजार गंगा सेवादूत नदियों और घाटों की सफाई में जुटे हैं।
यह भव्य आयोजन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक जारी रहेगा। एक सौ 44 वर्षों में केवल एक बार होने वाले दुर्लभ खगोलीय संयोग ने इस वर्ष महाकुंभ को और विशेष बना दिया है।
प्रयागराज में सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा त्रिवेणी मार्ग पर आयोजित प्रदर्शनी परिसर में एक डिजिटल प्रदर्शनी का किया गया उद्घाटन।
प्रयागराज में सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा त्रिवेणी मार्ग पर आयोजित प्रदर्शनी परिसर में एक डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। यह प्रदर्शनी ‘जन भागीदारी के माध्यम से जन कल्याण’ तथा पिछले एक दशक में भारत सरकार की उपलब्धियों, कार्यक्रमों, नीतियों और योजनाओं पर आधारित है।
आज पहले ही दिन हजारों लोग प्रदर्शनी देखने पहुंचे। यह डिजिटल प्रदर्शनी 26 फरवरी तक आम जनता के लिए निःशुल्क खुली रहेगी।
