कुंभ मेला घूमने जा रहे थे पति-पत्नी और बीच रास्ते 50 किलोमीटर पहले पुलिस ने ली तलाशी, महिला का बैग देख खुला रह गया पुलिस का मुंह.., संगम नगरी प्रयागराज में कुंभ मेले में 40 करोड़ श्रृद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में यूपी पुलिस अलर्ट मोड पर है। इसी कड़ी में कुंभ मेले में जा रहे एक महिला समेत 3 लोगों की कौशाम्बी पुलिस ने शक से तलाशी ली। जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
INB एजेंसी, रिपोर्ट कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में कुंभ घूमने जा रहे पति-पत्नी और उनका एक साथी फंस गए। तीनों बड़ी दूर से कुंभ मेला घूमने के लिए जा रहे थे, लेकिन प्रयागराज से 50 किमी पहले ही यूपी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उनसे नाम, पता पूछा और तलाशी ली गई उस दौरान जैसे ही महिला का बैग खोला तो उसे देख पुलिस के होश उड़ गए, महिला के बैग में 2 किलो से ज्यादा सोना और चांदी भरी हुई थी। पूछताछ में पुलिस को शक हुआ तो तीनों को थाने लाया गया। उन्होंने पुलिस को काफी देर गुमहार करने की कोशिश की, कुछ ही देर में पुलिस के सामने सारी हकीकत कूबूल कर डाली।
महाकुम्भ के मद्देनजर कौशाम्बी पुलिस की ओर से चलाए ऑपरेशन चक्रव्यूह में तीन अंतर्राज्यीय ठग फंस गए। इनके पास से भारी मात्रा में कथित सोने की लड़ी, चांदी का सिक्का, नकदी और तीन फर्जी पासपोर्ट हुए बरामद। तीनों प्रयागराज पहुंचने वाले आस्थावानों को ठगने की फिराक में महाकुंभ जा रहे थे। कागजी कार्रवाई के बाद उनका चालान कर दिया गया। सीओ सतेंद्र तिवारी ने बताया कि महाकुम्भ के पहले ही कौशाम्बी पुलिस ने प्रयागराज की सभी सीमाओं पर ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत सख्ती बढ़ा दी है।

संदीपन घाट थाना प्रभारी ब्रिजेंद्र सिंह और एसओजी प्रभारी सिद्धार्थ सिंह अपनी टीम के साथ काजीपुर पानी टंकी के पास संदिग्धों की निगहबानी कर रहे थे। इसी बीच एक महिला समेत तीन संदिग्ध दिखाई दिए। पकड़ने के बाद की गई पूछताछ में इनकी पहचान बीरबल उर्फ मोहित शर्मा निवासी शंकरपुर थाना गजनेर जिला कानपुर देहात, इसी थाना इलाके के सरवन खेला शंकरपुर निवासी राजू सिंह और मध्य प्रदेश के भोपाल शहर के छोला मंदिर की रहने वाली लक्ष्मी बंजारा पत्नी किशन शर्मा के रूप में हुई।
सीओ चायल सत्येंद्र तिवारी ने बताया कि आरोपी भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाकर धनाड्य दिखने वाले लोगों को सोने-चांदी की असली धातु दिखाते थे। और कहते थे कि उनके पास भारी मात्रा में धातु है। इसे कम दाम में बेचने की करते थे बात। गुणवत्ता परखने के लिए थोड़ी सी धातु देते भी थे। जांच में असल की परख होने पर कम दाम में अधिक माल खरीदने की लालच में आकर कोई रुपया दे देता था तो उसे नकली धातु देकर भाग निकलते थे। इनके पास से दो किलो 482 ग्राम सोने की लड़ी हुई है बरामद। आरोपी इसे असली सोना बता रहे हैं। जबकि, संदीपन घाट थाना प्रभारी ने बताई इसे नकली। 1905 का बना हुआ चांदी का सिक्का, 24 हजार 53 रुपए नगद और तीनों के फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए हैं। आरोपियों ने कुबूल किया है कि उन्होंने कई राज्यों में कुम्भ जैसे बड़े आयोजनों के दौरान ठगी की है।