INB एजेंसी। विदेश मंत्री सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने भारत और जापान के बीच सेमीकंडक्टर सहयोग के बढ़ते महत्व का उल्‍लेख किया। आज नई दिल्ली में भारत-जापान फोरम के उद्घाटन सत्र में उन्‍होंने कहा कि दोनों देश इस क्षेत्र में ताइवान के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इससे एक बड़ी साझेदारी बन रही है जो वैश्विक सेमीकंडक्टर परिदृश्य को नया स्वरूप दे सकती है। श्री जयशंकर ने कहा कि आने वाले दशक में भू-राजनीतिक समीकरणों को संतुलित करने में सेमीकंडक्टर की बड़ी भूमिका होगी।

विदेश मंत्री ने कहा कि भारतीयों में विदेशी पर्यटन में बढ़ती रुचि के बावजूद जापान में अभी भी भारतीय पर्यटकों की संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, खाड़ी और यूरोप जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

श्री जयशंकर ने यह भी कहा कि 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन द्वारा सैन्य उपस्थिति बढ़ाने से शांतिपूर्ण यथास्थिति बाधित हुई। उन्‍होंने इस बात पर बल दिया कि भारत को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बातचीत के जरिए सैन्य बलों की वापसी कराने में साढ़े चार वर्ष लग गए। श्री जयशंकर ने कहा कि देश को अभी और तनाव कम करना है क्योंकि इस क्षेत्र में अब भी बड़ी संख्या में सैनिक तैनात हैं।

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